Thursday, 12 January 2017

13 January 2017 News...............Ratnesh Yadav & Amit Kumar Verma

                                                                     TODAY'S  NEWS

News 1-US President Barack Obama chose four Indian-American scientists for the highest honour given to science and engineering professionals - Presidential Award. These scientists are Pankaj Lal from Montclair State University, Kaushik Chowdhury from Northeastern University, Manish Arora from Icahn School of Medicine at Mount Sinai and Aradhna Tripati from University of California, Los Angeles.

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने विज्ञान और इंजीनियरिंग पेशेवरों को दिए जाने वाले सर्वोच्च सम्मान -प्रेसिडेंशियल अवार्ड के लिए चार भारतीय-अमेरिकियों को चुना है। ये वैज्ञानिक हैं मांटक्लेयर स्टेट यूनिवर्सिटी के पंकज लाल, नॉर्थइर्स्टन यूनिवर्सिटी के कौशिक चौधरी, माउंट सिनाई के इकान स्कूल ऑफ मेडिसीन के मनीष अरोड़ा और लॉस एंजिलिस स्थित कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की आराधना त्रिपाठी।

News 2-Railways launched a new ticketing App, IRCTC Rail Connect, to facilitate booking of train tickets in a faster and easier way.  

रेलवे ने तेज और आसान तरीके से ट्रेन टिकटों की बुकिंग की सुविधा देने के लिए एक नया टिकटिंग ऐप आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट लांच किया।News 3-The 21st National Youth Festival will commence from 12 January 2017 in Rohtak, Haryana. It is organised every year on the birth anniversary of Swami Vivekananda. 

21वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव 12 जनवरी 2017 से रोहतक, हरियाणा में शुरू होगा। यह मोहत्सव स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर हर वर्ष आयोजित किया जाता है।


News 4-प्लूटो का चंद्रमा ही करता है उसकी रक्षा!

एक नई स्टडी के मुताबिक, प्लूटो का चंद्रमा केरन इसके वातावरण की रक्षा करने में काफी मददगार है। इस स्टडी में बताया गया है कि केरन इस छोटे बर्फीले ग्रह के लिए शील्ड की तरह काम करता है और ज्यादातर सोलर विंड को ग्रह से दूर कर देता है।




वैसे भी, हमारे सोलर सिस्टम में प्लूटो का अपने चंद्रमा केरन के साथ साइज और दूरी के कारण बिल्कुल अलग तरह का रिश्ता है। यह प्लूटो से लगभग डेढ़ गुना बड़ा है और इनके बीच केवल 19,312 किलोमीटर की दूरी है। शोधकर्ताओं का कहना है, हमारे चंद्रमा से तुलना करें तो केरन चांद के मुकाबले अपने ग्रह से तीन गुना ज्यादा नजदीक है और मंगल के बराबर साइज का है।

अमेरिका की जॉर्जा इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के शोधार्थियों की स्टडी में गहराई से बताया गया है कि किस केरन प्लूटो के वातावरण को सोलर विंड से बचाता है। स्टडी में बताया गया है कि जब केरन, सूरज और प्लूटो के बीच होता है तो वातावरण के नुकसान को काफी कम करता है। जॉर्जा टेक की असोसिएट प्रफेसर कैरल पैटी ने कहा, 'केरन के पास अपना वातावरण नहीं है लेकिन यह प्लूटो के वातावरण की रक्षा करता है और प्लूटो के वातावरण को भारी मात्रा में नुकसानदेह सोलर विंड से बचाता है।'

                                           -RATNESH YADAV & AMIT KUMAR VERMA

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